निजी क्षेत्र में कोल्ड-स्टोरेज की स्थापना पर विचार मस्तूरा में 10 लाख की लागत से सामुदायिक भवन लोकार्पण
जबलपुर// मत्स्य विकास मंत्री लाखन सिंह यादव ने कहा कि मत्स्य उत्पादन में वृद्धि के लिये लघु तालाबों के निर्माण पर जोर दिया जाएगा। इन तालाबों का निर्माण नहरों के किनारे किया जाएगा। मत्स्य बीज संवर्धन के लिये बरगी जलाशय की नहर के किनारे वहदन ग्राम में 2 हेक्टेयर क्षेत्र में नर्सरी तैयार की गई है। इन नर्सरियों में 4 करोड़ मत्स्य स्पान एवं 35 स्टेफ्राई उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इसी प्रकार सिवनी जिले के संजय नगर जलाशय भीमगढ़ की नहर के किनारे 2 हेक्टेयर क्षेत्र में नर्सरी बनायी गई है। इस नर्सरी में जलाशय के संचयन में मत्स्य बीज का उपयोग हो रहा है। इसी प्रकार शिवपुरी जिले के अटल सागर जलाशय की नहर के पास एक हेक्टेयर क्षेत्र में सम्वर्धन क्षेत्र निर्मित किया गया है। इसमें मत्स्य बीज उत्पादित कर उनका संचय किया जा रहा है। मत्स्य विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश में फिश फूड प्रोसेसिंग इकाईयों की स्थापना की जाएगी। फिश फूड प्रोसेसिंग की इकाईयाँ अभी तक कोस्टल स्टेट में स्थापित की जाती रही हैं। भविष्य में फिश-फिले के प्रोसेसिंग यूनिट की संभावना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान मत्स्य उत्पादन को दृष्टिगत रखते हुए भविष्य में इसके सुरक्षित भण्डारण के लिये महानगरों में निजी क्षेत्र के कोल्ड-स्टोरेज की स्थापना पर भी विचार किया जा सकता है | वहीभितरवार ग्राम मस्तूरा पशुपालन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री लाखन सिंह यादव ने विधायक निधि से 10 लाख की लागत से निर्मित हुए नवीन मंगल भवन का लोकार्पण कर ग्रामीणों को बधाई दी। मंत्री ने यहाँ नवीन मंगल भवन के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इस भवन के बन जाने से गाँव वासियों को लाभ मिलेगा। इस भवन का उपयोग लोग मांगलिक एवं सामाजिक कार्यों के लिए कर सकेंगे। पशुपालन मंत्री लाखन सिंह ने नवीन मंगल भवन का लोकार्पण करने के पूर्व संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। उन्होंने ग्रामीण अंचल के भ्रमण के दौरान ग्रामीणों से चर्चा कर उनकी समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुनते हुए उपस्थित अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए।पशुपालन मंत्री का ग्रामीणों ने साफा बांधकर एवं पुष्पाहार से स्वागत कर तुलादान भी किया। इस दौरान सरपंच मस्तूरा सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।
मत्स्य विकास मंत्री लाखन सिंह यादव ने कहा कि मत्स्य उत्पादन में वृद्धि के लिये लघु तालाबों के निर्माण पर जोर दिया जाएगा। इन तालाबों का निर्माण नहरों के किनारे किया जाएगा। मत्स्य बीज संवर्धन के लिये बरगी जलाशय की नहर के किनारे वहदन ग्राम में 2 हेक्टेयर क्षेत्र में नर्सरी तैयार की गई है। इन नर्सरियों में 4 करोड़ मत्स्य स्पान एवं 35 स्टेफ्राई उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इसी प्रकार सिवनी जिले के संजय नगर जलाशय भीमगढ़ की नहर के किनारे 2 हेक्टेयर क्षेत्र में नर्सरी बनायी गई है। इस नर्सरी में जलाशय के संचयन में मत्स्य बीज का उपयोग हो रहा है। इसी प्रकार शिवपुरी जिले के अटल सागर जलाशय की नहर के पास एक हेक्टेयर क्षेत्र में सम्वर्धन क्षेत्र निर्मित किया गया है। इसमें मत्स्य बीज उत्पादित कर उनका संचय किया जा रहा है। मत्स्य विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश में फिश फूड प्रोसेसिंग इकाईयों की स्थापना की जाएगी। फिश फूड प्रोसेसिंग की इकाईयाँ अभी तक कोस्टल स्टेट में स्थापित की जाती रही हैं। भविष्य में फिश-फिले के प्रोसेसिंग यूनिट की संभावना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान मत्स्य उत्पादन को दृष्टिगत रखते हुए भविष्य में इसके सुरक्षित भण्डारण के लिये महानगरों में निजी क्षेत्र के कोल्ड-स्टोरेज की स्थापना पर भी विचार किया जा सकता है