इंदौर। आप मध्य प्रदेश के बड़े शहरों भोपाल ;इंदौर में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने जा रहे हैं तो जल्द बनवा लीजिए। अगले कुछ माह में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना थोड़ा कठिन होने जा रहा है। प्रदेश के नए परिवहन आयुक्त चाहते हैं कि देश के दूसरे शहरों की तर्ज पर प्रदेश में भी सख्ती से ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जाए। जल्द ही चालकों को अंग्रेजी के अंक आठ (8) जैसी आकृति के ट्रैक पर रिवर्स करने, ढलान पर गाड़ी चलाने और वाहन पार्क करके भी दिखानी होगी। संभागीय परिवहन उपायुक्त ने इस संबंध में प्रस्ताव बना कर भेज दिया है। जल्द ही अधिकारी पुणे भी जाएंगे। संभागीय परिवहन उपायुक्त संजय सोनी ने बताया कि पिछले दिनों इंदौर आए परिवहन आयुक्त ने जब हमारे हाईटेक ट्रायल ट्रैक का दौरा किया तो उन्होंने इसे अपडेट करने के लिए कहा था। संभागीय परिवहन उपायुक्त ने उन्हें बताया कि पहले हमने पुणे और भटिंडा आरटीओ का दौरा करके वहां का लाइसेंस ड्राइविंग ट्रैक देखा था। बाद में इंदौर में फुली ऑटोमेटेड लाइसेंस ट्रैक तैयार किया गया था। 3 फरवरी 2017 से इसकी शुरुआत की गई थी।भोपाल में भी ऐसी ही व्यवस्था किए जाने की तैयारी कई वर्षो से है किन्तु याह्या करोड़ों की सरकारी व्यय होने के बाद भी परिवहन भवन भूत बंगला बना हुआ है आज तो भवन की लाईट का भी पता दूर की कोड़ी लगती नजर आ रही है जबकि जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के शहरों में इंदौर में ही लाइसेंस बनवाना सबसे मुश्किल है। मध्य प्रदेश के अन्य शहरों में मैन्युअल ट्रायल लिए जाते हैं जबकि इंदौर में इसके लिए ट्रायल ट्रैक पर टेस्ट देना पड़ता है।
मध्य प्रदेश के बड़े शहरों में ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट सबसे कठिन होगा : संभागीय परिवहन उपायुक्त